7 Lessons from my Best 250 Reads in Hindi

मैंने अपना बहुत सारा time books पढ़ने में spend किया है। मेरी पढ़ी हुई 250 books में से सीखे 7 सबसे valuable lessons मैं आपसे share करना चाहता हूँ। उन books ने मेरी life बहुत बङा impact डाला है और, I beleive आपकी life पे भी उनका impact ज़रूर होगा।

7 Lessons from my Best 250 Reads in Hindi

मैंने अपना बहुत सारा time books पढ़ने में spend किया है। मेरी पढ़ी हुई 250 books में से सीखे 7 सबसे valuable lessons मैं आपसे share करना चाहता हूँ। उन books ने मेरी life बहुत बङा impact डाला है और, I beleive आपकी life पे भी उनका impact ज़रूर होगा।

#1


 

 

पहला lesson जो मैंने सीखा वो है कि कैसे अपने happy chemicals को boost करना है। मुझे लगा था कि मैं पागल हूँ जो कि 250 books पढ़ने के बाद भी crap जैसा feel कर सकता हूँ। फ़िर मुझे realize हुआ कि brain chemistry का हमारे well being में कितना बङा role है। यह एक ऐसा point है जो positive thinking की books में अक्सर छोङ दिया जाता है। आप चाहें कितना भी positive सोच लें, अगर आपके hormones balanced नहीं हैं, तो आप अच्छा feel नहीं कर पाएंगे। Brain chemistry को balanced रखने के 3 main तरीके हैं:

  • 8 hours की नीन्द,
  • regular exercise
  •  healthy खाना

 यह सुनने में ज़रूर boring लगता है पर हमें इनकी power को underestimate नहीं करना चाहिए। बहुत से लोग यह तीन काम नहीं करते ओर weight loss के नए drugs और उससे जुङी information के लिए बहुत पैसा बरबाद करते हैं।

#2


 

मेरा दूसरा lesson है, “Forget, self-help and be kind”। यह phrase मुझे English mentalist और illusionist, Derren Brown की एक book में मिला। ऐसी self help books से, जो lesson हम सबसे ज़्यादा सीख सकते हैं वो है kindness। इससे आपको और आपके आस पास के सभी लोगों को खुशी मिलती है। आप ज़्यादा friends बना सकेंगे और आपकी anxiety भी कम होगी। आपके पास जो भी है आप उसके लिए grateful रहेंगे, और आपकी physical health भी better होगी। दूसरो को kindness दिखाने के बहुत से तरीके हैं, जैसे उनकी तरफ़ देख के smile करना, किसी के homework में उनकी help करना, लोगों को compliemnt करना या बिना कहे किसी का कोई काम करना।

#3


 

तीसरा lesson है अपने time की value करना। Time ही life की सबसे कीमती चीज़ है। आपको आपका पैसा कभी भी वापस मिल सकता है मगर खोया हुआ time कभी नहीं। फ़िर भी कुछ लोग time को पानी की तरह बहा देते हैं, खास तौर पर teenagers और 20 years के adults। यह एक तरह का पागलपन है कि किसी की feelings को hurt करने के डर से, आप न चाहते हुए भी उनसे बात कर के अपना time waste करते हैं। लोग रोज़ procrastinate करते हैं पर अपनी life sort out नहीं करते। लोग थोङी salary के लिए इतना काम करते हैं यह जानते हुए भी कि उनके time की कीमत उससे कई ज़्यादा है। बहुत से लोग अपने deathbed पर regret करते हैं क्योकि वह अपनी family को time नहीं दे पाते, या हमेशा यही सोचते रहे कि लोग क्या सोचेंगे, या फ़िर पूरी life एक ऐसी job करते रहे जो उन्हे पसंद ही नहीं थी। इसलिए अपने time को value करना start करें और एक ऐसी life lead करें जिससे आपको खुशी मिलती है; इससे पहले कि आपको आखरी समय में realize हो कि अब कुध बचा ही नहीं।

#4


 

Fourth lesson जो मैंने सीखा वो है 80/20 principle। यह principle बहुत सी business और self development books में mention किया गया है। इसके according हमें 80 percent results सिर्फ़ 20 percent causes की वजह से मिलते हैं। मतलब हमारी 80 percent खुशी का reason हमारी करी हुई 20 percent चीज़ें होती हैं, ज़ैसे कि कुछ समय अपने friends के साथ spend करना। आप इस principle को life के हर aspect में apply कर सकते हैं। For example, जब मैं इस Blog के लिए articles लिखता हूँ तो मेरा aim रहता है कि मैं 20 percent ऐसे blogs लिखू जिनसे मुझे 80 percent results मिलें। ऐसे ही अपनी health के लिए मैं 8 hours की नीन्द लेने की, healthy खाना खाने की और exercise करने की कोशिश करता हूँ। क्योंकि यह वो 20 percent चीज़े हैं जो मेरी 80 percent health को contribute करती हैं। इस principle को अपनी daily life में apply करें और आपको जल्दी progress मिलेगी।
 

#5


 

Lesson five है how to win friends and influence people। “How to Win Friends and Influence People” Dale Carnegie की सबसे famous book है। इसमें mention किया गया है कि आपकी life कितनी ज़्यादा आपके friends, family या coworkers के इर्द गिर्द घूमती है। अगर आप लोगों के साथ interact करना सीखते हैं तो आप खुद को बङी opportunities जैसे, एक strong relationship या फ़िर अच्छे friends बनाने के लिए तैयार करते हैं। लोग आपके social behaviour से impress हो कर आपकी बात सुनेंगे और आपको प्यार करेंगे।

#6


 

Sixth lesson है, “Create, don’t consume”। हम लोग एक consumer culture में रहते हैं, मैने 250 books consume करी पर मुझे कुछ नहीं मिला जब तक मैंने कुछ करना start नहीं किया। फ़िर मैने सीखना शुरू किया और मुझे बहुत सी opportunities मिलीं। मैंने अपनी writing और communication skills improve की। मेरे बहुत से friends बने और मुझे freelancing opportunities मिली। मैने खुद को और strengthen किया, books से lessons सीख के लोगों को सिखाना start किया। यह सब possible नहीं होता अगर मैं ‘create’ न करता, इसलिए action लेना ज़रूरी है।

#7


 

Seventh और final lesson है “mind over matter”। हम एक इनसान से कुछ भी ले सकते हैं, पर किसी circumstance में किसी का attitude हम नहीं choose कर सकते। Viktor Frankl, Auschwitz concentration camp के famous survivor का भी यही कहना है। जब आपका phone गिरता है तो आप panic होते हैं, डरते हैं कि scrren न crack हो गई हो, और अगर crack हो जाए तो frustrate होते हैं। मेरे साथ recently ऐसा ही हुआ, पर मैंने अलग तरह से respond किया। मैंने जो हुआ उसे accept किया और frustrate होने के बजाय, बिना drama के जा के अपना phone ठीक करा लिया। कुछ चीज़ें आपके control में नहीं होती। अगर आपका partner आपको छोङ दे, या कोई natural disater हो, या गलती से phone गिर जाए, तो आप उसे बदल नहीं सकते; पर कैसे react करना है यह आप choose कर सकते हैं।

CONCLUSION – 

अगर आप भी life में business करना चाहते हो तो main आप को suggest करूंगा की आप books read करे क्योकि books में life की हर problem का solution होता है |