Philosophy of life in Hindi

एक research में ये मालूम हुआ है की दुनिया में 99.7% लोग अपनी ज़िन्दगी से खुश नहीं हैं फिर चाहे वो कितने भी अमीर या successful ही क्यों ना हों | इंसान सिर्फ अपनी परेशानी ही देखता है |

Philosophy of life in Hindi

एक research में ये मालूम हुआ है की दुनिया में 99.7% लोग अपनी ज़िन्दगी से खुश नहीं हैं फिर चाहे वो कितने भी अमीर या successful ही क्यों ना हों | इंसान सिर्फ अपनी परेशानी ही देखता है | उस को लगता है की जैसी problems उसकी life में हैं वैसी किसी और की life में नहीं हैं, फिर चाहे वो एक student हो, एक employee हो या एक businessman. इंसान अपनी लाइफ की 10% problems पर focus कर के 90% ऐसे reasons को भूल जाता है जिन की वजह से वो खुश रह सकता है | जो उसके पास नहीं है उसके बारे में सोचके दुखी होना इंसान का nature बन गया है | दिक्कत ये है की हमें किसी ने life को enjoy करना सिखाया ही नहीं है | जब हम school में थे तब घर वाले बोलते थे की अगर अच्छी ज़िन्दगी जीना चाहते हो तो पढाई पर ध्यान दो, college में भी हमें यही बताया जाता है की अगर अच्छी job चाहिए तो अच्छे grades लाओ लेकिन किसी ने भी हमें ये नहीं सिखाया की ज़िन्दगी में खुश कैसे रहें | हर इंसान को पता है की वो सिर्फ एक limited time के लिए इस दुनिया में आया है, जो भी धन, दौलत, नाम, शौहरत उस ने कमाई है वो सब यहीं रह जाएगी, बच जाएँगी तो सिर्फ यादें जो आप लोगों के दिलों में छोड़ जाओगे | फिर क्यों हम अपनी ज़िन्दगी का कीमती समय ये सोच कर बेकार कर देते हैं की अगर exams में हमारे marks अच्छे नहीं आये तो क्या होगा, या फिर अगर हम दूसरों से कुछ अलग करते हुए fail हो गए तो दुनिया क्या सोचेगी | तुम भी यही सोचते रहते हो की अगर fail हो गया तो दुनिया क्या सोचेगी लेकिन असलियत तो यह है की दुनिया के पास इतना time ही नहीं है की वो तुम्हारे बारे में सोचे | एक बात याद रखो की हर इंसान के पास सिर्फ 70 साल हैं फिर चाहे वो Ambani हो, Modi हो, या Amitabh Bacchan. मरना तो एक दिन सबको ही है, तुम्हें भी, तो क्यों ना उस एक दिन ही मरा जाए, रोज रोज क्यों मरना | तो इसीलिए आज से अपनी ज़िन्दगी में खुशी खोजो पैसा नहीं |